CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT MALKIN KI MALISH

Considerations To Know About malkin ki malish

Considerations To Know About malkin ki malish

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नवजात शिशु की मालिश शुरु करने से पहले की जरूरी बातें

दिनभर व्यस्त जीवनशैली के कारण आप थक जाते हैं, और अक्सर पैरों में दर्द हो जाता है। इसके लिए पैरों की मसाज करवाना बेहद फायदेमंद होता है। पैरों की मसाज करने से मांसपेशियों में आया तनाव कम हो जाता है, साथ ही पैरों का दर्द भी दूर हो जाता है। मसाज करने से पैरों का रक्त प्रवाह भी बढ़ता है। पैरों की मसाज करने के लिए पहले उंगलियों से पैरों पर हल्के हाथ से कुछ ख़ास "प्रेशर पॉइंट्स" को दबाया जाता है। फिर धीरे-धीरे पूरे पैर की  मालिश की जाती है। (और पढ़ें - पैरों के दर्द के लिए आसान घरेलू उपाय)

छाती की मालिश करते समय हाथों को जरा नरम रखें। अब शिशु को पेट के बल लिटाकर पीठ और कूल्‍हों आदि की मसाज करें। पैरों के तलवों और हथेलियों पर भी मसाज देना न भूलें।

नवजात शिशु की मालिश अभिभावकों के द्वारा की जाती है। इसमें आप बच्चों की मालिश के लिए बने तेल या लोशन का इस्तेमाल कर, उनके शरीर को website सहलाते हुए तेल लगाते हैं। तेल मालिश बच्चे के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। साथ ही यह बच्चे और आप के बीच बेहतर तालमेल कायम करने के लिए जरूरी होती है।  

बॉडी मसाज में आपके पूरे शरीर की मालिश की जाती है। इसमें फेस मसाज, पैरों की मसाज, हाथों की मसाज, कमर आदि की मसाज शामिल होती है। बॉडी मसाज से आपके पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण बढ़ता है और शरीर के दर्द से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। (और पढ़ें - नसों के दर्द को दूर करने के उपाय)

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अपने घर के पर्दे बंद कर दें ताकि पड़ोसी मसाज करते हुए न देख पाए।

आपके हाथ के पास बहुत सारे तौलिये होने चाहिए: यह सुनिश्चित करें की आपके हाथ के पास नए, साफ तौलिये होने चाहिए, ताकि मसाज करते समय उन्हें उपयोग कर सकें। पहले तो आप जिस जगह पर मसाज कर रहें है उसे तौलिये से ढकें ताकि उस पर तेल (जिससे दाग लग सकता है) न लगे।

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मसाज से दिमाग शांत होता है जिससे नींद अच्छी आती है। इससे आप सुबह भरपूर और सुखद नींद के बाद जब उठते हैं, तो आप में ऊर्जा ज़्यादा होती है और दिन के अंत में थकान कम महसूस होती है।

चेहरे की मालिश के बाद आपको बच्चे के बालों की जड़ों पर मालिश करनी चाहिए। बच्चे के सिर पर ऐसे मालिश करें जैसे आप उसके बालों पर शैंपू लगा रहीं हो। बच्चे का सिर बेहद ही नाजुक होता है, इसलिए आप मालिश के दौरान ज्यादा दबाव न बनाएं और हल्के हाथों से ही मालिश करें।

मसाज करने से पहले अपने आप को तैयार रखें, अपने नाखून काट लें, नहाये और आराम करें। अगली होने वाली मसाज और जिसकी मसाज करना है उस पर ध्यान केन्द्रित करें, योग, अन्य मानसिक विधिया या प्राणायाम करें और ऐसे कपड़े पहने जिसमे आप सहज महसूस करें।

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नवजात शिशु की मालिश कब शुरू करें और कितनी बार करें

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